कितना ज़रूरी है बच्चों का जिज्ञासु होना? kitna jaruri hai bachchon ka jigyasu hona.

कितना ज़रूरी है बच्चो का जिज्ञासु होना?

kitna jaruri hai bachcho ka jigyasu hona.

 

कितना ज़रूरी है बच्चों का जिज्ञासु होना? ये प्रशन आज के बदलते परिवेश के लिए बहुत ही मायने रखता है |आज के समय में संयुक्त परिवार बहुत कम देखने को मिलते है,ओर अधिकतर perents  कामकाजी होते है जो बच्चो को पर्याप्त समय नहीं दे पाते और उनकी जिज्ञासाओं को पूरी नहीं कर पाते है|
jiorelationship.com के इस आर्टिकल में हम बतायंगे की -बच्चे अपने मन में इतनी curiosity क्यों रखते है, कितना ज़रूरी है बच्चो का जिज्ञासु होना?

विषयसूचि

  1.  कितना ज़रूरी है बच्चों का जिज्ञासु होना|
  2. बच्चे मे जिज्ञासा बढ़ाने के लाभ |
  3. जिज्ञासु बच्चे को कैसे पहचाने|
  4.  सवालों का दे सहीं जबाब |
  5. खेल-खेल में सिखाएं |
  6.  जिज्ञासा और भावनात्कामक विकास|
  7. books का ले support|
  8. online knowledge भी देना है ज़रूरी |
  9. जिज्ञासा और भावनात्मक विकास | 
  10.  conclusion|
  11.  FAQ 

कितना ज़रूरी है बच्चो का जिज्ञासु होना?

बच्चो में नई -नई बातों को जानने और उन्हें समझने की बहुत जिज्ञासा होती है। उनके लिए हर चीज़ नई होती है ओर सही-ग़लत के बिना ही वह उसे जानने के लिए आतुर होते है बच्चो की ये आदत उनके सोचने की शक्ति को बढ़ाती है।curiosity,न केवल उनके ज्ञान को बढाती बल्कि उन्हें हमेशा active बनाये रखने में help करती है|इसलिए हमेशा अपने बच्चो की जिज्ञासा का आदर करे |

बच्चों में जिज्ञासा बढ़ाने के लाभ

बच्चे स्वाभाव से ही जिज्ञासु होते है बस ज़रूरत है उनकी रूचि को बढ़ाने की |उन्हें हमेशा सही बात बताये,उनसे रोचक सवाल पूछे और उन्हें भी प्रश्न पूछने को कहे |बच्चों में जिज्ञासा बढ़ाने से अनेक लाभ मिलते हैं। ऐसे बच्चे बेहतर तरीके से situation को handle करते है,नई बातों को समझने के लिए हमेशा ready रहते है|और दुनिया के बारे में गहरी समझ रखने के साथ ही confident के साथ अपने thought को बता पाते हैं।

जिज्ञासु बच्चे को कैसे पहचानें?

 

बच्चे अक्सर कई प्रकार के सवाल करते है जैसे-ये क्या है?मून कितने दूर है,earth गोल क्यों है आदि|बच्चों के ये सवाल हमें आम लगते है जिसे हम कोई भी बहाना बनाकर या आधा answer देकर टाल देते है|यदि आपके बच्चे आप से किसी बात को जानने के बारे में उत्सुक रहते है ,नए experiment करना पसंद करते है और हमेशा नए task के लिए excited रहते है तो उनका ये व्यवहार उनके उत्सुक होने की पहचान है। इन संकेतों को पहचानना उनकी जिज्ञासा को बढ़ावा देने में पहला कदम है।

सवालों का दे सही जबाब

हम कभी-कभी बच्चों के सवालों से परेशान होते है और उन्हें डांट देते या फिर चुप रहने के लिए कहते है| उन्हें डांटकर या चुप करवा देने से उनके मानसिक ओर बौद्धिक विकास पर नकारात्मक असर पड़ता है |बच्चों के सवाल चाहे जैसे भी हो उन्हें सही तरीके से जबाब देना और उनकी जिज्ञासा को शांत करना बहुत जरुरी होता है |क्युकी बच्चों का nature ही होता है की उन्हें यदि कुछ जानना हो तो वह उसे जानकर ही मानते है और इसके लिए वे किसी भी माध्यम का सहारा ले सकते है जो शायद किसी के लिए ठीक भी ना हो|

खेल-खेल में सिखाएं

 

 

खेल बच्चे के सीखने का स्वाभाविक तरीका है। जो उन्हें आसानी से उनके सवालों का जबाब भी देते है |.खेलते समय चीजों को देखना,उनके बारे में जानना उन्हें ओर आसपास के वातावरण को जानने में मदद करता है रचनात्मकता है।

जिज्ञासा और भावनात्मक विकास

जिज्ञासा भावनात्मक विकास में भी भूमिका निभाती है। यह बच्चों को अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से समझाने में मदद करती है, जिससे बच्चों के व्यवहार में सुधार होता है।जब आपका बच्चा जिज्ञासा प्रदर्शित करे तो उसे positive support प्रदान करें। आपका appreciation और भावनात्मक support उनकी सीखने और समझने करने की इच्छा को बढ़ाएगा ।

books का ले support

पढ़कर सीखना जिज्ञासा को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन तरीका है। विभिन्न क्षेत्रों में अपने बच्चे की रुचि जगाने के लिए अलग-अलग विषयों पर सरल किताबें उपलब्ध कराएं।उनके लिए उनकी रूचि के हिसाब से पुस्तके लाकर दे जो उनकी जिज्ञासा को शांत कर पाए|

online knowledge भी देना है ज़रूरी

 

 

 

आजकल बच्चे स्कूल के बाद ज्यादा समय घर पर mobile और laptop पर ही बिताते है,जिसमे वह games में अपना time best करते रहते है |यदि हम उन्हें technology का सही उसे करना बताये तो यह उनके लिए काफ़ी useful रहेगा| आज कल बहुत सारे ऐसे study aaps और online plateforme है जो बच्चों को intresting तरीके से समझाने में मदद करती है |

conclusion

इस artical में हमने आपके प्रश्न-कितना ज़रूरी है बच्चों का जिज्ञासु होना? को आसान तरीके से समझाने का प्रयास किया है । इस blog में बताई गई बातों का पालन करके, आप अपने बच्चे की जिज्ञासा की क्षमता को विकसित कर उसे ओर भी ज्यादा active बना सकती हैं।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: क्या जिज्ञासा कोई ऐसी चीज़ है जिसे सिखाया जा सकता है, या यह जन्मजात है?
उ1: जिज्ञासा का गुण जन्मजात होता है है।
जबकि कुछ बच्चे स्वाभाविक रूप से अधिक जिज्ञासु होते हैं।

Q3: क्या अत्यधिक जिज्ञासा बच्चों के लिए समस्या बन सकती है?
उ3: जबकि जिज्ञासा आम तौर पर सकारात्मक होती है पर उनके सवालों पर भी ध्यान दिया जाना जरुरी है।क्युकी अति किसी भी चीज़ की बुरी होती है |

प्रश्न4: यदि मेरा बच्चा जल्दी ही रुचि खो दे तो क्या होगा?
उ4: हर बच्धैचे की सोचने ओर याद रखने की ability अलग-अलग होती है धेर्य रखें और उनकी बदलती रुचियों के अनुरूप ढलें।

Q5: ऐसी कोन सी activity हैं जो छोटे बच्चों में जिज्ञासा को बढ़ावा देती हैं?
A5: छोटे बच्चों में जिज्ञासा बढ़ाने के लिए उनकी बातों को ध्यान से सुने, outdoor activity करवाए और creative games जेसे -puzzels,
videogames,आदि का सहारा ले जो उनके लिए helpfull रहेंगे |

इसpost में हमने आपके topic –कितना ज़रूरी है बच्चों का जिज्ञासु होना? और बच्चो में जिज्ञासा पैदा करने की कुछ टिप्स आप तक पहुंचाई है ,आपको ये post कैसी लगी कृपया कमेंट करके बताये और अपने सुझाव प्रदान करे|

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