झूठ बोलना बच्चों के  सामाजिक, मानसिक, और नैतिक विकास को प्रभावित कर सकता है. हम इसके  कारण  और उपाय दोनों जानेंगे  

बच्चे अक्सर कहानियों का अनुकरण करते हैं, और यही कारण है कि वे झूठी कहानियां बना देते हैं।

कहानियो को सच मानना

कारण 

छोटे बच्चे अक्सर अपने मित्रों को अपने किस्से सुनाकर अपने बारे में सकारात्मक पहलु को दिखाने के लिए झूठ का सहारा लेते है |

खेलना और अनुकरण:

कारण 

बच्चे किसी बात के लिए डर या शर्म का अहसास करते हैं, तो वे झूठ बोलते  हैं ताकि उन्हें  माता-पिता या शिक्षक की नाराजगी का सामना न करना पड़े |

डर और शर्म 

कारण 

कुछ बच्चे होते है जो खुलकर बात नहीं कर पाते,सहमे रहते है या फिर घबराहट में भी बच्चे  झूठ बोलते है |

संकोच या घबराहट:

कारण 

माता-पिता को बच्चों के किस्से सुनने और समझने का समय देना चाहिए।और  उनसे हमेसा  फ्रेंडली व्यवहार रखना चाहिए

सुनना और समझना:

उपाय 

 बच्चों को सच बोलने के लिए प्रेरित करें और उनसे यह समझाएं कि सत्य हमेशा बेहतर होता है।सच बोलने पर उन्हें हमेसा बढावा दे ,उनकी सराहना करे |

प्रेरणा और प्रतिबद्धता:

उपाय 

बच्चो से हमेशा नरमी से पेश आये, बच्चों को डराने की बजाय प्यार से सच और  झूठ फायदे व नुक्सान बताएं 

स्नेहभरा संवाद

उपाय 

क्या जरुरी है बच्चे की हर बात मानना ?

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