भारत की सबसे popular singers में से एक shreya ghoshal का जन्म 12 मार्च 1984 को पश्चिम बंगाल के बरहामपुर में हुआ था |इनके पिताजी का नाम विश्वजीत घोषाल और माँ का नाम शर्मिष्ठा घोषाल है |shreya ghoshal ने ना ही सिर्फ हिंदी में गाने बल्कि तमिल,तेलगु,कन्नड़ जैसी कई भाषाओ में भी अपनी आवाज़ से गानों को एक अलग पहचान दी है |
Table of Contents
biographic table of shreya ghoshal
नाम | श्रेया घोषाल |
---|---|
जन्म | 12 march 1984 |
जन्मस्थान | बरहामपुर ,मुर्शिदाबाद,पश्चिम बंगाल |
उम्र | 39 |
पेशा | पार्श्व गायक |
माता-पिता | शर्मिष्ठा-विश्वजीत घोषाल |
जीवनसाथी | शिलादित्य मुखोपाध्याय |
प्रमुख पुरस्कार | 5 बार राष्ट्रीय पुरुस्कार |
first रिकार्डिंग | "गणराज रंगी नाचतो",[मराठी सोंग] |
संगीत शैली | फ़िल्मी ,क्लासिकल song |
प्रेरणा | लता मंगेशकर |
श्रेया घोषाल दिवस | अमेरिका के ओहियो राज्य में 2010 से 26 जून को मनाया जाता है |
शुरुआती जीवन :
पश्चिम बंगाल के बहरामपुर में जन्मी श्रेया,को बचपन से ही संगीत का शोक था|
उन्होंने बहुत छोटी उम्र से ही से ही संगीत सीखना शुरू कर दिया था,श्रेया 4 साल से ही music की शिक्षा ले रही है .
श्रेया ने जूनियर केटिगिरी से ,1995 में light vokal group द्वारा आयोजित अखिल भारतीय लाइट वोकल संगीत प्रतियोगिता, नई दिल्ली जीती थी |
6 साल की उम्र से शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था |
2000 में 16 साल की उम्र में संगीत रियलिटी शो SA,RE,GA,MA,PA की winner रही है .
म्यूजिक कैरियर :
सोलह साल की उम्र में, shreya ghoshal के जीवन ने एक महत्वपूर्ण मोड़ आया ,जब उन्होंने Popular singing reality show Sa Re Ga Ma Paजीता।
इस जीत ने उन्हें Bollywood में पहुँचाया, जहाँ उन्होंने संजय लीला भंसाली की शानदार फिल्म देवदास (2002) से अपना डेब्यू किया।
“बैरी पिया” और “डोला रे डोला” में उनकी soulful singing ने उन्हें तुरंत प्रसिद्धि दिलाई और उन्हें कई पुरस्कार मिले, जिनमें उनका पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी शामिल है।
श्रेया का प्रदर्शन क्षेत्र बॉलीवुड से कहीं आगे तक फैला हुआ है। उन्होंने तमिल, तेलुगु, मराठी और बंगाली जैसी विभिन्न भारतीय भाषाओं में गाया है, जो उनकी भाषाई क्षमता और cultural समझ को प्रदर्शित करता है। इस बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए हैं, जिनमें 7 Filmfare Awards, five National Film Awards और nine Filmfare Awards South शामिल हैं।
Awards and Achievemet
5 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार:
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “बैरी पिया” (देवदास, 2002)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “ये जो देश है तेरा स्वर्ग” (स्वदेश, 2004)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “बरसो रे मेघा” (जोधा अकबर, 2008)
फिल्मफेयर पुरस्कार:
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “बैरी पिया” (देवदास, 2003)
- आरडी बर्मन पुरस्कार न्यू म्यूजिक टैलेंट के लिए – “बैरी पिया” (देवदास, 2003)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “बरसो रे मेघा” (जोधा अकबर, 2008)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “मेरे धोलना सुन” (साँवरिया, 2008)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “जादू है नशा है” (जिस्म , 2004 )
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “दीवानी मस्तानी” (बाजीराव मस्तानी, 2016)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – “घूमर” (पद्मावत, 2018)
फिल्मफेयर पुरस्कार दक्षिण:
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – तमिल – “ओरु कधल देशम” (सिल्लुनू ओरु कधल, 2007)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – मलयालम – “प्रणयम” (प्रणयम, 2012)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – मलयालम – “हाउ ओल्ड आर यू?” (हाउ ओल्ड आर यू?, 2015)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – तमिल – “आलपोरन तमिलज़ान” (अचचामुंडु! अचचामुंडु!, 2016)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – तेलुगु – “पिल्ला ज़मींदार” (अर्जुन रेड्डी, 2017)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – तमिल – “आदल पाडल” (कातरू वैनिला, 2017)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – मलयालम – “वाथी कमिंग” (महानती, 2018)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – तेलुगु – “निनु कोरी” (अरविंदा समेथा वीरा राघवा, 2018)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – कन्नड़ – “बारलु मंजलगे” (केजीएफ: अध्याय 1, 2018)
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका – तेलुगु – “हीर” (अला वैकुंठपुर्रमलो, 2020)
अन्य उल्लेखनीय पुरस्कार:
- केरल राज्य फिल्म पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ गायिका (महिला) (कई बार जीता)
- तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका (कई बार जीता)
- इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकादमी पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका – महिला
interesting facts about Shreya Ghoshal
1-“श्रेया घोषाल दिवस”: क्या आपको पता है कि अमेरिका के ओहियो राज्य में हर साल 26 जून को “श्रेया घोषाल दिवस” मनाया जाता है? उनकी प्रतिभा का लोहा मानते हुए 2010 में वहां के गवर्नर ने ये खास दिन घोषित किया था।
2. भाषाओं का ज्ञान : shreya ghoshal सिर्फ हिंदी ही नहीं बल्कि 10 से भी ज्यादा भाषाओं में गाती हैं! तमिल, तेलुगु, मराठी, बंगाली, असमिया, नेपाली आदि । इसी शानदार प्रतिभा के लिए उन्हें कई भाषाओं के फिल्म पुरस्कार भी मिले हैं।
3. गायन का सफर शुरू हुआ बचपन में: मात्र 4 साल की उम्र से ही श्रेया ने अपनी मां से संगीत की शिक्षा लेना शुरू कर दिया था। 6 साल की उम्र में ही उन्होंने शास्त्रीय संगीत की तालीम ली।
4. shreya ghoshal कई सिंगिंग रियलिटी शो में जज बन चुकी हैं,|
5. मोम के पुतले का सम्मान: दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में श्रेया का मोम का पुतला लगा है। वो किसी भी गायिका का पहला ऐसा पुतला हैं, जो संगीत जगत में उनके योगदान का सम्मान दर्शाता है।
6.पहली recording -श्रेया की पहली recording ” गणराज रंगी नाचतो” थी जो लताजी द्वारा गए मराठी गाने का संस्करण थी
Pingback: jakir husain: tabla to grammy - jiorelationship.com