P.V. Narasimha Rao biography in hindi

p.v.narasimha rao का पूरा नाम पामुलापति वेंकट नरसिम्हा राव भारत के 9वें प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 28 जून 1921 को वारंगल जिले के लक्नेपल्ली गांव में हुआ था। उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में काम किया। और 2024 में उन्हें मरणोंपरांत भारत सरकार ने अपने सर्वोच्चता सम्मान “भारत रत्न ” से नवाज़ा है । इन्हें एसे प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाता है जिन्होंने भारत में LPG की अवधारणा लागु की और इस अवधारणा से देश की अर्थव्यवस्था में तेज़ी से सुधार आया जिससे देश विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर हुआ . 

p.v.narasimha rao

Table of Contents

p.v.narasimha rao प्रारंभिक जीवन:

p.v.narasimha rao का जन्म 28 जून 1921 को वारंगल जिले के लक्नेपल्ली गांव में हुआ था। उनका बचपन गरीबी में बीता, लेकिन वे एक मेधावी छात्र थे। उन्होंने विभिन्न गांवों में अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी की और भोंगीर में गवर्नमेंट हाई स्कूल में पढ़ाई की। इसके बाद, उन्होंने एनआर कॉलेज, हैदराबाद और उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से कानून की डिग्री प्राप्त की।

जन्म और परिवार:

  • p.v.narasimha rao का जन्म: 28 जून 1921
  • स्थान: लक्नेपल्ली, वारंगल, तेलंगाना (वर्तमान)
  • माता-पिता: हनुमंत राव और रुक्मिणी
  • पालन-पोषण: पामुलापति रंगा राव और रुक्मिणी (दत्तक माता-पिता)

BIOGRAPHIC TABLE OF p.v.narasimha rao

S.N. नाम

पामुलापति वेंकट नरसिम्हा राव

 जन्म 28 जून 1921
2जन्म स्थानलक्नेपल्ली, वारंगल, तेलंगाना (वर्तमान)
3मृत्यु
23 दिसंबर 2004(नई दिल्ली)
4शिक्षा उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद (कानून में डिग्री)
5राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
6माता-पिता  हनुमंत राव और रुक्मिणी
7पालन-पोषणपामुलापति रंगा राव और रुक्मिनम्मा  (दत्तक माता-पिता)
8 पत्नी  1943 में सत्यभामा
9बच्चे  3 पुत्र और 5 पुत्रियाँ
10पेशा वकील,राजनितिक,प्रधानमंत्री
11पुरुस्कार भारत रतन 2024 
12नारा स्वदेशी ,पूर्ण स्वतंत्रता की मांग
13उपनाम

 ‘भारतीय आर्थिक सुधारों का जनक’ 

14पुस्तक (आत्मकथा )”my country my life”

राजनीतिक सफ़र

p.v.narasimha rao 1962 में आंध्र प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए और 1971 में राज्य के मुख्यमंत्री बने। उन्हें 1980 में कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुना गया और 1991 में प्रधानमंत्री बने। . प्रधानमंत्री के रूप में, राव ने भारत की अर्थव्यवस्था को उदारीकृत करने और वैश्वीकरण के लिए खोलने के लिए कई महत्वपूर्ण सुधारों की शुरुआत की। उन्होंने पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण विदेश नीति पहलों की भी शुरुआत की, जिसमें भारत-अमेरिका परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करना शामिल था। 1996 में प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त हुआ और उनका 23 दिसंबर 2004 को निधन हो गया।

जय आंध्र आंदोलन:

जय आंध्र आंदोलन 1972 में तटीय आंध्र और रायल सीमा क्षेत्रों के लोगों द्वारा महसूस किए गए अन्याय के आलोक में आंध्र प्रदेश के निर्माण के समर्थन में एक राजनीतिक आंदोलन था। यह आंदोलन 1969 में शुरू हुए तेलंगाना आंदोलन के जवाब में शुरू हुआ था।

आंदोलन के कारण:

  • तेलंगाना आंदोलन: 1969 में, तेलंगाना क्षेत्र के लोगों ने अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया।
  • अन्याय: तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों के लोगों का मानना था कि तेलंगाना आंदोलन के कारण उन्हें अन्याय हो रहा है।
  • राजनीतिक प्रतिनिधित्व: इन क्षेत्रों के लोगों का मानना था कि उन्हें राज्य सरकार में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है।
  • आर्थिक विकास: इन क्षेत्रों के लोगों का मानना था कि वे आर्थिक विकास में पिछड़ रहे हैं।

आंदोलन के प्रमुख नेता:

  • श्रीनिवास रेड्डी: जय आंध्र आंदोलन के प्रमुख नेता थे।
  • देवे गौड़ा: जय आंध्र आंदोलन के एक प्रमुख नेता थे।
  • वी.वी. गिरी: जय आंध्र आंदोलन के एक प्रमुख नेता थे।

आंदोलन का प्रभाव:

  • आंध्र प्रदेश का पुनर्गठन: 1972 में, आंध्र प्रदेश का पुनर्गठन किया गया और तेलंगाना को अलग राज्य बना दिया गया।
  • राजनीतिक प्रतिनिधित्व: तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों को राज्य सरकार में अधिक प्रतिनिधित्व मिला।
  • आर्थिक विकास: इन क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं।

जय आंध्र आंदोलन आंध्र प्रदेश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी। इसने राज्य के पुनर्गठन और तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों के लोगों के लिए राजनीतिक प्रतिनिधित्व और आर्थिक विकास में वृद्धि की।

इसके परिणाम स्वरुप p.v.narasimha rao को  10 जनवरी 1973 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया |

p.v.narasimha rao द्वारा लागू की गई महत्वपूर्ण नीतियां:

आर्थिक नीतियां:

  • उदारीकरण: उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदारीकृत करने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां लागू कीं, जैसे कि लाइसेंस राज को खत्म करना, विदेशी निवेश को बढ़ावा देना था. 
  • निजीकरण: इसका मतलब किसी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के स्वामित्व में निजी क्षेत्र को भागीदारी प्रदान करना । निजीकरण के माध्यम से बीमारू या आर्थिक तंगी झेल रहे सार्वजानिक उपक्रम को जीवंत करना .
  • वैश्वीकरण: उन्होंने भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एकीकृत करने के लिए भी काम किया।

सामाजिक नीतियां:

  • पंचायती राज: उन्होंने पंचायती राज को मजबूत करने के लिए 73वें और 74वें संवैधानिक संशोधन को लागू किया।
  • आरक्षण: उन्होंने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण को बढ़ाया।

अन्य नीतियां:

  • शिक्षा नीति: उन्होंने शिक्षा नीति को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां लागू कीं, जैसे कि नवोदय विद्यालयों की स्थापना करना।
  • सूचना प्रौद्योगिकी नीति: उन्होंने भारत को सूचना प्रौद्योगिकी का केंद्र बनाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी नीति लागू की।
  • पूर्व की ओर देखो नीति:
    • इस नीति ने भारत के संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया।
    • इस नीति ने भारत को दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी एशिया के देशों के साथ अधिक व्यापार और सहयोग करने में मदद की।

p.v.narasimha rao द्वारा लागू की गई नीतियों ने भारत को आधुनिक बनाने और वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरने में मदद की।

p.v.narasimha rao की विदेश नीति की मुख्य विशेषताएं:

  • बहुध्रुवीयता: भारत किसी भी एक महाशक्ति के साथ गठबंधन नहीं करेगा, बल्कि सभी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखेगा।
  • पूर्व की ओर देखो नीति: भारत अपने संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
  • परमाणु हथियार कार्यक्रम: भारत अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को विकसित करेगा।
  • आर्थिक कूटनीति: भारत अपनी आर्थिक नीति को बढ़ावा देने के लिए विदेश नीति का उपयोग करेगा।

विदेश नीति की कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां

  • भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) का सदस्य बनने के लिए आवेदन किया।
  • भारत ने कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
  • भारत ने अपने संबंधों को मजबूत किया।
  • भारत ने अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को विकसित किया।

INTERESTING FACTS

1-लगातार 5 वर्षो तक pm पद पर काम करने वाले नेहरु- गाँधी परिवार के बहार के पहले व्यक्ति थे |
2- दक्षिण भारत से आने वाले पहले (व्यक्ति)प्रधानमंत्री थे 
3- ‘भारतीय आर्थिक सुधारों का जनक’ कहा जाता है 
4-भारत के 9वें प्रधानमंत्री (1991-1996)
5-भारत की अर्थव्यवस्था को उदारीकृत करने का श्रेय
6-“लाइसेंस राज” का अंत
7-भारत-अमेरिका परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर
8-वह 10 भाषाएँ बोलते  थे .

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):

1.p.v.narasimha rao कौन थे?

p.v.narasimha rao भारत के 9वें प्रधानमंत्री थे। उन्होंने 1991 से 1996 तक कार्यभार संभाला। वे एक वकील, राजनीतिज्ञ और लेखक थे।

2. उनका जन्म कब और कहाँ हुआ था?

उनका जन्म 28 जून 1921 को करीमनगर, तेलंगाना (तत्कालीन आंध्र प्रदेश) में हुआ था।

3. उनकी शिक्षा कहाँ हुई थी?

उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय, मुंबई विश्वविद्यालय और नागपुर विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की।

4. उन्होंने राजनीति में कब प्रवेश किया?

उन्होंने 1950 के दशक में राजनीति में प्रवेश किया और आंध्र प्रदेश सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।

5. वे प्रधानमंत्री कैसे बने?

1991 में, राजीव गांधी की हत्या के बाद, नरसिम्हाराव को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी का नेता चुना गया और वे प्रधानमंत्री बने।

6. उनके कार्यकाल में किन महत्वपूर्ण घटनाओं का उल्लेख है?

  • आर्थिक सुधार: उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को उदारीकृत करने और वैश्वीकृत करने के लिए कई महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार किए।
  • पूर्व की ओर देखो नीति: उन्होंने भारत के संबंधों को मजबूत करने के लिए “पूर्व की ओर देखो नीति” लागू की।
  • परमाणु हथियार कार्यक्रम: उन्होंने भारत के परमाणु हथियार कार्यक्रम को विकसित करने का काम किया।

7. उनका निधन कब हुआ था?

उनका निधन 23 दिसंबर 2004 को हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ था।

8. उनकी विरासत क्या है?

उन्हें भारत के आधुनिकीकरण और वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरने में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए याद किया जाता है।

9. उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य क्या हैं?

  • वे 10 भाषाओं में धाराप्रवाह थे।
  • वे एक कवि और लेखक भी थे।
  • वे एक संगीत प्रेमी थे और उन्हें शास्त्रीय संगीत और कर्नाटक संगीत सुनना पसंद था।
10 उन्हें भारत रतन कब मिला |
 
2024 में -मोदी सरकार द्वारा 
 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
Amazing Facts about shabana aazmi Amazing Facts About Aishwarya Rai Nanand Ki In 6 Baton Ko Hamesha Kare Ignore Kise Dekhkar Hosh Kho Bethte The shammi Kapoor Kyu Lagai Thi Raj Kapoor Ne Is Actor Ko Fatkar kyo hai Big-B , Pankaj Tripathi ke fan BHAIJAAN KE HAI YE 6 KHAS DOST BIG B Ki 4 Baton Ne Kaise Barbad Kiya Mukesh Khanna ka Career Director ne PANKAJ TRIPATHI ko STRI 2 se pahle kyo di Chhutti Fir Kyo charcha me hai ye YOUTUBER