तेजी से भागती दुनिया में जहां हम अपनों की खुशियों को लेकर बहुत अधिक संवेदनशील होते हैं, लेकिन वही हम khud ko kitna importance dete hai तो आइए, आज के इस लेख में हम खुद के इम्पोर्टेंस पर चर्चा करेंगे ।
khud ko kitna importance dete hai
1-आत्म-महत्व[ सेल्फ इम्पोर्टेंस ] क्या है?
इस बात से मतलब खुद को दिए जाने वाले सम्मान से है या उस मूल्य से है जो आप एक व्यक्ति के रूप में स्वयं पर रखते हैं। यही मूल्य, आपकी क्षमताओं और दुनिया में आपके स्थान की पहचान है।आपका वजूद ही आपको समाज में कार्य स्थल में आप किस पायदान पर खड़े हो ,इस बात का भान कराता हैं | अत : आपका समझना जरुरी हो जाता है कि आप khud ko kitna importance dete hai .
2-अहंकार और मूल्य में kya है अन्तर?
आत्म-महत्व को अहंकार के साथ जोड़ा नहीं जाना चाहिए ना हि तुलना कि जाना चाहिए। एक और जहा आत्म-महत्व आपके मूल्य,आपकी पहचान को बढाता ,मौलिकता को स्वीकार करता है,वही अहंकार इसका बिलकुल उल्टा होता है जो आपकी छवी को धूमिल और कम करता है ।इसलिए संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है।
3-खुद को महत्व देने के लाभ –
4-आत्मविश्वास बढ़ाना
यदि आप अपनी कीमत पहचान जाते है तो आप खुद को अधिक साहसी और विश्वास से भरा हुआ पाते है | आत्म-मूल्य को पहचानने से स्वाभाविक रूप से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। यह आपको सकारात्मक मानसिकता के साथ चुनौतियों का सामना करने और अवसरोंको पहचानने में सशक्त बनाता है।अब आपको लग गया होगा कि khud ko kitna importance dete hai यह एक जीवन जीने की कला सिखाने वाला विषय है |
5-सहजता
जीवन में विभिन्न परिस्थितियों का आना स्वाभाविक है जो हर इंसान के लिए चुनोतिपूर्ण होता है ,पर खुद में आत्म्विश्वसित और DEDICATE होकर व्यक्ति अपने आत्म-महत्व को स्वीकार करते हैं वे प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने में अधिक लचीले होते हैं। वे असफलताओं को अस्थायी मानते हैं और उनसे सीखते हैं। और यही मानव जीवन है |
6-स्वयं की देखभाल
7-खुद की देखभाल :-
आप khud ko kitna importance dete hai इस बात को आप खुद समझे और गौर करें कि यदि आप खुद खुश रहेंगे तभी अपनों को खुश रख सकेंगी, उन्हें importance दे सकेंगी | खुद की देखभाल आत्म-महत्व [सेल्फ इम्पोर्टेंस ] के पोषण का एक अनिवार्य घटक है। इसमें अपने लिए समय निकालना, अपनी पसंदीदा गतिविधियों में शामिल होना और खुश रहना शामिल है।
8 -भावनाओ को सही तरीके से व्यक्त कर पाना
जब आप khud ko importance dete hai , तो दूसरों के साथ प्रभावी ढंग से संवाद करने की आपकी क्षमता में भी सुधार होता है। आप अपने विचारों और भावनाओं को आत्मविश्वास के साथ व्यक्त करते हैं।
9 -असफलता के न डरना
असफलता आपके जीवन का अभिन्न हिस्सा होती है ,जीवन के उतार – चड़ाव में असफलता का डर होना आम बात है |आपके आत्मविश्वासी पहलु के मजबूत रहने से आप सफलताओ को आसानी से पा सकती है
10 -संतुलन बनाए रखना
हालाँकि आत्म-महत्व आवश्यक है,पर महत्त्व और घमंड में संतुलन बनाये| हड़बड़ी से बचना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। संतुलन बनाना स्वस्थ आत्म-छवि की कुंजी है।
जीवन में कई बार ऐसे अवसर आते जिसमे हम स्वयं को अकेला पाते है ऐसी स्तिथि में आवश्यकता पड़ने पर समर्थन मांगना ताकत की निशानी है। यदि आप self importance मुद्दों से जूझ रहे हैं तो दोस्तों, परिवार या पेशेवरों से संपर्क करने में संकोच न करें। वहि आपके असली चिन्तक होते है |
दुनिया में जब हमें लगातार ध्यान और आत्म-मूल्य की जरुरत होती है,हमें स्वयं के महत्व को याद रखना महत्वपूर्ण है। अपने आत्म-मूल्य को पहचानने और स्वयं से प्यार करे इससे , आप अधिक आत्मविश्वासपूर्ण, जीवन जी सकते हैं। इसलिए, अपने आत्म-महत्व पर विचार करने के लिए कुछ समय निकालें और खुलकर जिए।
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