gulzar biography in hindi ||

gulzar साहब का प्रारंभिक जीवन:

gulzar साहब का जन्म 18 अगस्त 1934 को दीना, झेलम ज़िला, पंजाब, ब्रिटिश भारत (वर्तमान में पाकिस्तान) में हुआ था। उनका असली नाम सम्पूर्ण सिंह कालरा है। उनके पिता माखन सिंह कालरा एक दुकानदार थे और उनकी माता सुजान कौर गृहिणी थीं।

gulzar साहब का बचपन विभाजन के बाद अमृतसर में बीता। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दीना में प्राप्त की और बाद में गवर्नमेंट कॉलेज, अमृतसर से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।

स्नातक होने के बाद, गुलज़ार साहब ने मुंबई जाने का फैसला किया। उन्होंने शुरुआत में एक गैराज में मैकेनिक के रूप में काम किया। उन्होंने अपनी खाली समय में कविताएं और कहानियां लिखना शुरू किया।

1958 में, उन्हें प्रसिद्ध गीतकार एस.डी. बर्मन द्वारा गीतकार के रूप में काम पर रखा गया था।और बाद में हिंदी सिनेमा के मशहूर बिमलराय और हेमंत कुमार के सहायक के रूप में काम करना शुरू किया |

 

Table of Contents

gulzar

शादीशुदा जिंदगी

gulzar और राखी की शादी 1973 में हुई थी। यह शादी उस समय काफी चर्चा का विषय बनी थी क्योंकि gulzar पहले से ही शादीशुदा थे और उनकी दो बेटियाँ थीं।गुलज़ार और राखी की मुलाकात 1969 में फिल्म “अनुपमा” के सेट पर हुई थी। गुलज़ार फिल्म के निर्देशक थे और राखी अभिनेत्री। दोनों के बीच प्यार हुआ और उन्होंने शादी करने का फैसला किया।

gulzar और राखी की शादीशुदा जिंदगी बहुत खुशहाल नहीं रही। दोनों के बीच कई मतभेद थे। गुलज़ार एक शांत और अंतर्मुखी व्यक्ति हैं, जबकि राखी एक बहिर्मुखी और ऊर्जावान व्यक्ति हैं।गुलज़ार और राखी की शादी के एक साल बाद ही उनकी बेटी मेघना का जन्म हुआ।1974 में, गुलज़ार और राखी अलग हो गए, लेकिन उन्होंने कभी तलाक नहीं लिया।गुलज़ार और राखी ने अपनी बेटी मेघना को एक साथ पाला।मेघना आज एक सफल फिल्म निर्देशक हैं।गुलज़ार और राखी आज भी अच्छे दोस्त हैं।

 

biographic table of gulzar

S.N. नाम सम्पूर्ण सिंह कालरा (gulzar)

 

1जन्म 18 अगस्त 1934
2जन्म स्थानदीना,पंजाब (अब पकिस्तान)
3उम्र 89
4पत्नी राखी गुलज़ार (विवाहित 1973)
5बच्चे बेटी-मेघना गुलज़ार
6माता-पिता माखन सिंग कालरा-सुजान कौर
 व्यवसाय गीतकार, कवि, पटकथा लेखक, फिल्म निर्देशक, नाटककार
8शिक्षा गवर्नमेंट कॉलेज, अमृतसर
9

प्रमुख पुरस्कार:

  • ज्ञानपीठ पुरस्कार 
  • दादासाहेब फाल्के पुरस्कार 
  • अकादमी पुरस्कार
  • राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
  • फिल्मफेयर पुरस्कार – 

gulzar को मिले प्रमुख पुरुस्कार:

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार:

  • 1971 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “आँधी”
  • 1976 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “मौसम”
  • 1980 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “इजाजत”
  • 1984 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “मासूम”
  • 2004 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “पहेली”

फिल्मफेयर पुरस्कार:

  • 1971 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “आँधी”
  • 1973 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “अनुपमा”
  • 1976 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “मौसम”
  • 1977 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “किनारा”
  • 1980 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “इजाजत”
  • 1984 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “मासूम”
  • 1986 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “इंदिरा”
  • 1992 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “ज़िंदगी एक सफर है सुहाना”
  • 1995 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “1942: A Love Story”
  • 2004 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “पहेली”
  • 2008 – सर्वश्रेष्ठ गीतकार – “तारे ज़मीन पर”

अन्य पुरस्कार:

  • 2013- दादासाहेब फाल्के पुरस्कार
  • 2007 – ज्ञानपीठ पुरस्कार
  • 2009 – ऑस्कर पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ मूल गीत – “जय हो” (स्लमडॉग मिलियनेयर)
  • 2010 – ग्रैमी पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ गीत – “जय हो” (स्लमडॉग मिलियनेयर)

gulzar का हिंदी सिनेमा में करियर:

  • gulzar साहब ने 1960 के दशक में एस.डी. बर्मन की फिल्म “बंधिनी” के साथ गीतकार के रूप में अपना करियर शुरू किया।
  • 1968 में, उन्होंने फिल्म “आशीर्वाद” के लिए संवाद लिखे, जिसके लिए अशोक कुमार को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला।
  • 1971 में, उन्होंने फिल्म “मेरे अपने” के साथ निर्देशन में शुरुआत की।
 

gulzar के बारे में रोचक तथ्य

  1. उन्होंने जंगल बुक के लिए  गाना-चड्डी पहन के फूल खिला है लिखा था 
  2. रविन्द्रनाथ टैगौर की बुक ”the gardner”से उन्हें writer बनने की प्रेरणा मिली 
  3.  
  4. बिमल राय और ऋषिकेश मुखर्पजी को अपना गुरु मानते है |
  5. बहुमुखी प्रतिभा: गुलज़ार साहब गीतकार, कवि, पटकथा लेखक, फिल्म निर्देशक और नाटककार सभी हैं।
  6. पुरस्कार: उन्होंने 31 फिल्मफेयर पुरस्कार जीते हैं, जो किसी भी गीतकार के लिए सबसे अधिक है।
  7. अन्य पुरस्कार: उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और ऑस्कर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
  8. प्रसिद्ध फिल्में: गुलज़ार साहब ने “आनंद”, “मौसम”, “अंधा कानून”, “इजाजत”, “माचिस”, “दिल से..” और “लगा चुनरी में दाग” जैसी कई प्रसिद्ध फिल्मों में काम किया है।
  9. विशेषताएं: गुलज़ार साहब की रचनाओं में सरलता, भावनात्मक गहराई और कल्पनाशीलता का मिश्रण होता है।
  10. प्रेरणा: गुलज़ार साहब हिंदी सिनेमा के सबसे प्रेरणादायक और सम्मानित व्यक्तियों में से एक हैं।
  11. लोन टेनिश है पसंदीदा                                                                                                                                                                              also read:- lata mangeshkar biography in hindi
gulzar

FAQ

1. gulzar साहब का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

गुलज़ार साहब का जन्म 18 अगस्त 1934 को पाकिस्तान के झेलम (जो अब पाकिस्तान में है) में हुआ था।

2. gulzar साहब का असली नाम क्या है?

गुलज़ार साहब का असली नाम सम्पूर्ण सिंह कालरा है।

3. gulzar ने अपना करियर कब शुरू किया था?

गुलज़ार साहब ने 1960 के दशक में एस.डी. बर्मन की फिल्म “बंधिनी” के साथ गीतकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था।

4. gulzar साहब को कितने फिल्मफेयर पुरस्कार मिले हैं?

गुलज़ार साहब को 31 फिल्मफेयर पुरस्कार मिले हैं, जो किसी भी गीतकार के लिए सबसे अधिक है।

5. गुलज़ार साहब को किन अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है?

गुलज़ार साहब को पद्म भूषण, पद्म विभूषण और ऑस्कर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।

6. गुलज़ार साहब ने किन प्रसिद्ध फिल्मों में काम किया है?

गुलज़ार साहब ने “आनंद”, “मौसम”, “अंधा कानून”, “इजाजत”, “माचिस”, “दिल से..” और “लगा चुनरी में दाग” जैसी कई प्रसिद्ध फिल्मों में काम किया है।

 

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