आज के दौर में, bachchon ko atmnirbhar बनाना बेहद महत्वपूर्ण है। यह उन्हें जीवन में सफलता और खुशी प्राप्त करने में मदद करती है। आत्मनिर्भरता बच्चों को स्वतंत्र, आत्मविश्वासी और जिम्मेदार बनाती है।
Table of Contents
bachchon ko atmnirbhar विकसित करने के कुछ नए तरीके
1. छोटी उम्र से ही जिम्मेदारी सौंपें:
बच्चों की enegry का यदि सही जगह use करे तो ये उनके लिए एक दिलचस्प बात होती है |उनके हर छोटे-बड़े कामों की शुरुआत घर से ही होती है इसीलिए , बच्चों को घर के कामों में शामिल करना चाहिए ।साथ ही उन्हें अपनी पसंद के कामों को चुनने दें।और उन्हें समय पर अपना काम पूरा करने की आदत बनाये जो bachchon ko atmnirbhar बनने में मदद करेंगी।
2. उन्हें निर्णय लेने दें:
अक्सर हम अपने बच्चो के लिए कुछ ज्यादा ही care करने लगते है और उनकी हर छोटी-मोटी बातों के लिए tense रहते है ,हमारे इस nature के वजह से बच्चे भी हमारे आदि हो जाते है और कोई भी डिसीजन freemind से नहीं ले पाते है | bachchon ko atmnirbhar बनाने हेतु इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए बच्चों को डिसीजन मेकिंग सिखाना बहुत जरुरी है हमें चाहिए की हम बच्चों को अपनी पसंद और नापसंद के बारे में निर्णय लेने दें।उन्हें छोटी-छोटी बातों का चुनाव करने दें, जैसे कि वे क्या पहनना चाहते हैं या वे क्या खाना चाहते हैं।उन्हें गलतियों से सीखने का मौका दें।
3. गलतियों से सीखने दें:
risponsible perents होने के नाते हम हमेशा बच्चों को गलतिया नहीं करने और उनसे बचने की सलाह देतेहै पर उनके सही डिसीजन मेकिंग को बढ़ाने और उन्हें self dipend बनाने के लिए जरुरी है की बच्चे अपनी गलतियों से खुद सीखे , बच्चों को गलतियाँ करने दें। गलतियों से सीखना जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।उन्हें अपनी गलतियों को स्वीकार करने और उनसे सीखने में मदद करें। हा,ज़रूरत पढने पर उन्हें सही gaidence दे ।
4. उनकी उपलब्धियों की सराहना करें:
बच्चों की उपलब्धियों की सराहना करें, चाहे वे कितनी भी छोटी क्यों न हों।उन्हें उनकी सफलता के लिए बधाई दें।उन्हें उनकी कोशिशों के लिए प्रोत्साहित करें।उन्हें छोटे-छोटे टास्क देना और पूरा करने पर उनका positivly support bachchon ko atmnirbhar बनाएगा |
5. उन्हें स्वतंत्र रहने के लिए प्रेरित करें:
बच्चो को कभी भी ज्यादा बंदिश में रखना उनके मानसिक स्वास्थ को भी प्रभावित करता है इसीलिए बच्चों को स्वतंत्र रहने के लिए प्रेरित करें।उन्हें खुद के लिए सोचने और खुद के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित करें।उन्हें अपनी समस्याओं को खुद हल करने को कहे ।इन छोटी-छोटी बातों से ही आत्मनिर्भरता की नीव बनती है |
6. उन्हें सिखाएं कि कैसे मदद लें:
आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उनके साथ एक comfort zone रखना भी जरुरी है ,अपनी problems को खुद ही solve करने के साथ उन्हें बताये की आप उनके लिए हमेशा avalable है , बच्चों को सिखाएं कि कैसे मदद लें।उन्हें समझाएं कि जब उन्हें जरूरत हो तो मदद मांगना ठीक है।उन्हें मदद मांगने के लिए प्रोत्साहित करें।
7. उन्हें सकारात्मक सोच रखने के लिए प्रोत्साहित करें:
positive thinking रखना सिखाये और बताये की सकारात्मक सोच रखने से उन्हें life में हर चीज़ आसान लगेगी ।उन्हें सिखाएं कि वे कुछ भी कर सकते हैं यदि वे अपने आप पर विश्वास करते हैं।उन्हें अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने में मदद करें।
8. बच्चों के रोल मॉडल बनें:
बच्चे अपने पुरे दिन का 60 % अपने घर-परिवार से ही सीखते है इसलिए अपने बच्चों के लिए रोल मॉडल बनें।उन्हें दिखाएं कि आप कैसे आत्मनिर्भर और जिम्मेदार बनते हैं।उन्हें अपने कार्यों से सीखने का मौका दें।
9. धैर्य रखें:
बच्चों को आत्मनिर्भर बनने में समय लगता है। धैर्य रखें और उन्हें प्रोत्साहित करते रहें।उनकी गलतियों को स्वीकार करें और उन्हें सुधारने में मदद करें।उन्हें हार न मानने के लिए प्रेरित करें।
10. उनसे प्यार करें और उनका समर्थन करें:
बच्चों को प्यार करें और उनका समर्थन करें।उन्हें बताएं कि आप उन पर विश्वास करते हैं और आप हमेशा उनके लिए मौजूद रहेंगे।उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें।
11 उन्हें उनकी उम्र के हिसाब से जिम्मेदारियां दें
छोटे बच्चों को घर के आसान काम सौंपें, जैसे कि खिलौने समेटना या मेज साफ करना। बड़े बच्चों को अधिक जटिल कार्य दें, जैसे कि कपड़े धोना या खाना बनाना सीखना।उन्हें स्वतंत्र रूप से खेलने के लिए प्रोत्साहित करें: बच्चों को अकेले खेलने और अपनी कल्पना का उपयोग करने के लिए समय दें। यह उन्हें समस्या-समाधान कौशल विकसित करने में मदद करेगा।उन्हें नई चीजें सीखने के लिए प्रेरित करें,बच्चों को नई चीजें सीखने के लिए प्रोत्साहित करें, चाहे वह एक नया खेल हो, एक नया संगीत वाद्ययंत्र हो, या एक नई भाषा हो। यह उन्हें आत्मविश्वास और स्वतंत्रता विकसित करने में मदद करेगा।
आत्मनिर्भरता के कुछ महत्वपूर्ण लाभ:
स्वतंत्रता: आत्मनिर्भर बच्चे दूसरों पर निर्भर रहने के बजाय अपनी समस्याओं को खुद हल करने में सक्षम होते हैं।
आत्मविश्वास: जब बच्चे खुद के लिए काम कर सकते हैं, तो उन्हें अपनी क्षमताओं पर विश्वास बढ़ता है।
जिम्मेदारी: आत्मनिर्भर बच्चे अपने कार्यों और निर्णयों के लिए जिम्मेदारी लेते हैं।
लचीलापन: आत्मनिर्भर बच्चे चुनौतियों का सामना करने और उनसे सीखने में सक्षम होते हैं।
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FAQ
1. आत्मनिर्भरता क्या है?
आत्मनिर्भरता का अर्थ है अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर न रहना। यह आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और स्वतंत्रता की भावना पैदा करता है।
2. bachchon ko atmnirbhar बनाना क्यों महत्वपूर्ण है?
आत्मनिर्भरता बच्चों को जीवन में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करती है। यह उन्हें अपनी जिम्मेदारी लेने, निर्णय लेने और समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
3. bachchon ko atmnirbhar कैसे विकसित करें?
उन पर विश्वास करके, उन्हें विश्वास दिलाएं कि वे कुछ भी कर सकते हैं।
4. bachchon ko atmnirbhar बनने में क्या चुनौतियां आ सकती हैं?
कुछ बच्चों को आत्मनिर्भर बनने में दूसरों की तुलना में अधिक कठिनाई हो सकती है। कुछ सामान्य चुनौतियों में शामिल हैं:
- आत्मविश्वास की कमी: कुछ बच्चों को खुद पर विश्वास नहीं होता है और वे अपनी क्षमताओं पर संदेह करते हैं।
- अनुशासन की कमी: कुछ बच्चों को अनुशासित रहना और अपने कामों को पूरा करना मुश्किल होता है।
- अनुभव की कमी: कुछ बच्चों को जीवन कौशल सीखने का अवसर नहीं मिलता है।
5. इन चुनौतियों का सामना कैसे करें?
- उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा दें: उन्हें अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने के लिए प्रोत्साहित करें।
- उन्हें अनुशासन सिखाएं: उन्हें नियमों का पालन करना और अपने कामों को पूरा करना सिखाएं।
- उन्हें जीवन कौशल सिखाएं: उन्हें खाना बनाना, कपड़े धोना, और घर के कामों को करना सिखाएं।
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