1950 से 1970 का समय हिंदी सिनेमा का golden era था जहा पर कई बेहतरीन कलाकारों ने अपने अभिनय से भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी है, उन्ही में से एक मशहूर अदाकारा रही- vahida rehman .
हिंदी समेत तेलगु,तमिल और बंगाली फिल्मों में अपनी अदाकारी के जलवे बिखेरने वाली वहीदा रहमान के साथ हर अभिनेता काम करना चाहते थे,साल1955 की फ़िल्म जयसिम्हा से शुरू हुआ उनका फ़िल्मी सफर आज की फ़िल्म रंगदे बसंती और दिल्ली ६ में भी बदस्तूर करोड़ों लोगों के दिलो पर राज कर रहा है.
Table of Contents
vahida rehman biography
1-जन्म
वहीदा रहमान का जन्म 3 february 1938 को तमिलनाडु के चिन्गाल्पट्टू में शिक्षित तमिल परिवार में हुआ था । बचपन से ही उनमें कला और अभिनय की भावना थी।आज भी 85 साल की वहीदा जी फ़िल्मी दुनिया में active है |
2 -शुरुआती जीवन (Early Life)
vahida rehman का जन्म को तमिलनाडु के चिन्गाल्पट्टू में शिक्षित तमिल[मुस्लिम] परिवार में हुआ था । बचपन से ही उनमें कला और अभिनय में रूचि थी।बचपन से ही वहीदा जी भरतनाट्यम जैसे शास्त्रीय नृत्य में पारंगत थी .उनके हँसते खेलते जीवन में तब तूफ़ान आ गया जब बहुत ही कम उम्र में उन्होंने अपने जिलाधिकारी पिता को खो दिया था |
सबसे पहले वहीदा रहमान ने तेलगु फ़िल्म जयसिम्हा{1955} से अपने कैरियर शुरुआत की ,फिर तमिल फिल्मों के भी उन्हें offer आने लगे|
3-शिक्षा (Education)
उनकी शिक्षा का क्षेत्र भी उनके अभिनय की तरह विविध था। उन्होंने अपनी शिक्षा विशाखापतनम के sant convent स्कूल से पूरी की है। साथ ही नृत्य की शिक्षा के तौर पर भरतनाट्यम की भी विधिवत शिक्षा ग्रहण की . भरतनाटयम की वजह से ही उन्हें फिल्मों में अलग पहचान मिली .
4-शादीशुदा जीवन (Married Life)
vahida rehman को हिंदी सिनेमा में पहला breack फ़िल्म CID से मिला जिसमे उनका रोल negative था और opposite में गुरुदत्त नज़र आये थे|
vahida rehman और गुरुदत्त ने ‘कागज़ के फूल, चौदहवी का चाँद और ,प्यासा जैसी फिल्मों में साथ काम किया ,कहा जाता है की इन्ही फिल्मो के बीच दोनो के प्रेम प्रसंग ने काफ़ी चर्चा समेटी, किसी कारणवश 10 octomber 1964 को गुरुदत ने आत्महत्या कर ली थी |
1974 को co-star शशि रेखी से शादी के बंधन में बंधा उनका वैवाहिक सफ़र बहुत ही सुखमय था पर वर्ष 2000 में पति शशी रेखी की मृत्यु ने उन्हें अकेला कर दिया |इसके बाद वह फ़िल्म रंग दे बसंती , delhi6 जैसी फिल्मों में नज़र आई |
5-करियर (Career)
vahida rehman ने 1956 में गुरुदत्त की फ़िल्म cid में खलनिका की भूमिका के साथ bollywod में शुरुआत की फिर 1967 में प्यासा,,1959 में कागज़ के फूल और 1962 की सुपरहिट movie साहब,बीबी और गुलाम ने उनके कारेअर को ऊंचाई की बुलंदियों तक पहुंचा दिया .
1974 में शादी के बाद वहीदा जी ने फिल्मो में अपनी सक्रियता कम कर दी और छोटी-मोटी भूमिका में नज़र आती रही परन्तु 2000 में अपने पति की मृत्यु के बाद उन्होंने फिर से फिल्मो की और रुख किया और अपने अभिनय से लोगो का दिल जीत लिया ,
एक लम्बे इंतज़ार के बाद अब दर्शक उन्हें कमल हसन निर्देशित “VISHVRUPAM 2” में देख पाएंगे |
6-पुरस्कार और उपलब्धि (Awards and Achievements)
उनके कला और अभिनय को देखते हुए उन्हें कई सम्मान और पुरस्कार मिले।
1966 में फ़िल्म गाइड के लिए filmfair अवार्ड7-रोचक तथ्य (Interesting Facts)
वहीदा रहमान के जीवन में कुछ ऐसे भी पहलु हैं जो शायद ही सभी को पता हो। इन अनजाने पहलुओं को जानकर, आप उनके व्यक्तित्व को और भी गहराई से समझ पाएंगे।
- वहीदा रहमान के नाम का मतलब होता ही -लाज़वाब
- वह docter बनना चाहती थी .
- दादा साहब फाल्के award पाने वाली वह 6वी महिला है.
- गुरुदत्त जी को अपना गुरु मानती है.
- बेटे का नाम सोहेल रेखी और बेटी का नाम काश्वी रेखी है.
- उनकी upcoming movie vishvrupam 2 है.
8-Top 10 Hit Films
वहीदा रहमान, एक संवेदनशील और प्रतिभाशाली कलाकार,जिन्होंने अपने जीवन में अनेक रंग दिखाए। उनका अभिनय,और उनकी सादगी हमेशा याद रहेगी।
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9-FAQs (पूछे जाने वाले प्रश्न)
क्या वहीदा रहमान ने कभी किसी और क्षेत्र में भी योगदान दिया?
–हां, वहीदा रहमान ने फ़िल्म अदाकारा के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी अपना योगदान दिया।
उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्म कौन सी है?
उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्म cid है, जिसमें उन्होंने एक खलनायिका की भूमिका में अभिनय किया।
क्या वहीदा रहमान को कभी कोई सम्मान मिला है?
हां, उन्हें उनके कला और अभिनय के लिए कई सम्मान और पुरस्कार मिले हैं।
उनके व्यक्तित्व में क्या खास बात है ?
उनका व्यक्तित्व सादगी और सहजपन से भरा हुआ है,जो उन्हें खास बनाता
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